झारखंड विधानसभा की कार्यवाही बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान हंगामे के कारण स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने तबरेज अंसारी की हत्या के मामले में आरएसएस-बीजेपी का हाथ होने का आरोप लगाया, जिसके बाद हंगामे के चलते कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। रांची विधानसभा में राज्यपाल द्रोपदी मुर्म के मंगलवार को दिए अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान चर्चा प्रारंभ होते ही कांग्रेस के इरफान अंसारी ने जून 2018 में झारखंड में तबरेज अंसारी की भीड़ द्वारा की गई हत्या में बीजेपी और आरएसएस के लोगों का हाथ होने का आरोप लगाया।
इन आरोपों के तुरंत बाद बीजेपी के सभी विधायकों ने इस बयान का कड़ा विरोध किया और इरफान अंसारी से बयान वापस लेने और माफी की मांग की। लेकिन, इरफान अंसारी अपने बयान पर अड़े रहे और विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने मामले में हस्तक्षेप
ना करते हुए माफी मांगने की बात इरफान अंसारी के विवेक पर छोड़ दी।
इसके बाद पूर्व मंत्री सीपी सिंह के नेतृत्व में बीजेपी के सभी विधायक अध्यक्ष के आसान के सामने आ गए और उन्होंने 'इरफान अंसारी माफी मांगो' के नारे लगाने शुरू कर दिए। सदन में हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष महतो ने कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी हंगामा जारी रहा और इरफान अंसारी ने अपने बयान पर कायम रहने की बात कही, जिसके कारण बीजेपी के विधायकों ने सदन में फिर हंगामा किया। इस बीच विपक्ष को बोलने का मौका दिए बिना विधानसभा अध्यक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवसर दिया और उनके संक्षिप्त उत्तर के बाद हंगामे के बीच ही विधानसभा में धन्यवाद प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
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