न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन वर्ल्डकप 2019 के फाइनल में इंग्लैंड के हाथों हुई नाटकीय हार के 'सदमे' से अभी भी पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं। ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए इस मुकाबले में निर्धारित ओवरों और बाद में सुपर ओवर में दोनों टीमों का स्कोर बराबर रहा था, फलस्वरूप मैच का फैसला बाउंड्री काउंट किया गया था। मेजबान इंग्लैंड ने बाउंड्री काउंट बाजी मारते हुए वर्ल्डकप चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। फैसले को लेकर अपनी पीड़ा जताते हुए विलियमसन ने कहा-बाउंड्री काउंट के आधार पर फैसला करना वास्तव में क्रिकेट नहीं है। इंग्लैंड ने मैच की पूरी समयावधि में 26 बाउंड्री लगाई थीं जबकि कीवी टीम 17 ही लगा पाई थी। ऐसे में इंग्लैंड को खिताब का हकदार माना गया।
ESPNcricinfo ने विलियमसन के हवाले से कहा, 'मुझे लगता है किसी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि ऐसा होगा लेकिन ऐसा हुआ।' कई बार आप सोचते हैं कि इस तरह के फैसले कैसे लिए जाते हैं संभवत: एक कमरे
के बैठकर इस तरह की बातें सोचकर। मुझे लगता है कि इसने किसी बात को रेखांकित किया और ऐसा संभवत: फिर कभी नहीं होगा। ऐसे फैसले को स्वीकार करना बेहद मुश्किल होता है लेकिन यह नियम पहले ही तय किए जा चुके थे। विलियमसन ने कहा, वैसे यह ऐसा शानदार मैच रहा जिसका मैं हिस्सा था। दोनों टीमों ने जोरदार क्रिकेट खेली लेकिन सैकड़ों मैचों में से किसी का इस तरह से फैसले का निर्धारण नहीं हुआ होगा।
वैसे, अक्टूबर में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने बाउंड्री काउंट रूल खत्म करने का निर्णय लिया है और यह आईसीसी के मुकाबले में उपयोग में नहीं लाया जाएगा। आईसीसी के मुताबिक, अब अगर सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले में सुपर ओवर में भी दोनों टीमें बराबर रन बनाती हैं तो फिर से सुपर ओवर होगा। सुपर ओवर तब तक होगा जब तक कोई एक टीम विजेता नहीं बन जाती। दूसरी ओर, ग्रुप स्तर पर अगर सुपर ओवर के बाद भी मैच टाई रहता है तो उसे टाई माना जाएगा।
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