भारत की अर्थ व्यवस्था को लेकर IMF ने दी चेतावनी, कहा भविषय है खतरेॆ में

चिराग पासवान ने महेश्वर हजारी पर हमला बोला Airtel ने इंटरनेशनल रोमिंग पैकेज लॉन्च किया 30 अप्रैल को कोर्ट में फिर से पेश होंगे बाबा रामदेव पवन सिंह ने रोहतास में शुरू किया रोड शो चित्रकूट में हनुमान जन्मोत्सव पर विविधि कार्यक्रम भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव पर आज हनुमान मंदिर में की जा रही विधिवत पूजा अर्चना ललितपुर में दो बाइकों की टक्कर में दो की लोगों की मौत प्रशांत किशोर ने कहा शिक्षा का स्तर बढ़ाए सरकार सहरसा में वीर कुंवर सिंह जयंती समारोह बदायूं से ग्यारह प्रत्याशी मैदान में। हनुमान जयंती प्रधानमंत्री-प्रदेश दौरा आज का राशिफल लू की चेतावनी के बीच निर्वाचन आयोग ने आज विभिन्‍न पक्षों के साथ बैठक की यूक्रेन युद्ध से हुआ हृदय परिवर्तन, यूक्रेन की मडिया बनी करणेश्वरी संजय निषाद पर हमला जिला सहकारी बैंक के वर्तमान अध्यक्ष का नवाज खान पर बड़ा आरोप । विश्व पृथ्वी दिवस फारबिसगंज मे 26 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी की प्रस्तावित विशाल चुनावी जनसभा भोपाल में एनसीसी कैडेट्स ने विश्व पृथ्वी दिवस पर किया जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

भारत की अर्थ व्यवस्था को लेकर IMF ने दी चेतावनी, कहा भविषय है खतरेॆ में

Abhayraj Singh Tanwar 09-10-2019 12:35:05

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा ने आर्थिक सुस्ती को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में आर्थिक सुस्ती देखी जा रही है, जिसके कारण 90 फीसदी देशों की विकास की रफ्तार धीमी रहेगी।  तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के कारण भारत में सबसे ज्यादा इसका असर देखा जाएगा।

आईएमएफ के मुख्यालय में इसकी नई प्रबंध निर्देशक क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा ने कहा, 'साल 2019 में हमें लगता है कि दुनिया के 90 फीसदी देशों में ग्रोथ रेट सुस्त रहेगी। वैश्विक अर्थव्यवस्था अब सुस्ती के दौर में है।'

बुल्गारिया की इकोनॉमिस्ट क्रिस्टालिना हाल में ही आईएमएफ की निर्देशक बनी हैं और उन्होंने क्रिस्टीन लगार्द का स्थान लिया है।

आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक की एक हफ्ते के बाद ही संयुक्त सालाना बैठक होने वाली है जिसमें
दोनों संस्थाएं अपने आर्थ‍िक अनुमान पेश करेंगी। इसमें दुनिया के शीर्ष केंद्रीय बैंकर और वित्त मंत्री शामिल होंगे। आईएमएफ प्रमुख ने चेतावनी दी है कि 2019 और 2020 के लिए वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक एक जटिल हालात पेश करते हैं।

जॉर्जिएवा ने कहा कि अमेरिका, जापान जैसे विकसित देशों में आर्थ‍िक गतिविधियां नरम पड़ रही हैं, खासकर यूरोप में, दूसरी तरफ भारत और ब्राजील जैसे देशों में इस साल आर्थिक सुस्ती ज्यादा मुखर रूप में दिखी है। उन्होंने कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार भी अब सुस्त पड़ने लगी है।

उन्होंने कहा, 'इस तरह के आउटलुक से उन देशों के लिए और मुश्किल होने वाली है जो पहले ही कठिनाई से गुजर रहे हैं। खासकर मुद्रा कोष कई देशों में कार्यक्रमों में समस्या आ सकती है।


  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :