अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
जयपुर: राजस्थान में दलितों पर अत्याचार के मामलों में लगातार बढ़ रहे हैं. नया मामला प्रदेश में अलवर जिले के बड़ौदा मेव पुलिस थाना इलाके में सामने आया है. यहां भयाड़ी गांव निवासी एक दलित परिवार का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया. करीब 8 माह पहले इस दलित परिवार ने मुस्लिम धर्म अपनाया था. लेकिन वहां कथित तौर पर हुए अत्याचारों के कारण परिवार के सदस्यों ने दोबारा से हिंदू धर्म अपना लिया. अब इस परिवार ने अलवर जिला एवं सेशन कोर्ट से गुहार लगाई है और ज्यादती करने वाले आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
जबरन धर्म परिवर्तन कराने के लिये ले गए हरियाणा
जानकारी के मुताबिक भयाड़ी गांव निवासी मेमचंद उर्फ मोहम्मद अन्नस पुत्र काडू जाटव ने बताया कि उनके गांव में हरियाणा के फिरोजपुर झिरका के इब्राहिम बास गांव के मेव समाज के लोगों की रिश्तेदारी है. वे लोग अक्सर यहां आते-जाते रहते हैं.
मेमचंद ने आरोप लगाया कि सत्तार, तैयब और शहजाद सहित 15 अन्य लोग उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराने के लिये उन्हें हरियाणा ले गए. वहां
उनका खतना भी कराया गया. उसके बाद रहने के लिये जमीन दी. जबरन धर्म परिवर्तन कराने के बाद कहा कि इस धर्म में बहुत कुछ है उसके बाद आरोपित उन्हें जमात में जम्मू-कश्मीर लेकर गए. वहां उनके बच्चों को मारने की धमकी दी है कि कुछ करोगे तो तुम्हारी जान को खतरा हो सकता है. कोर्ट में पेश परिवाद में मेघचंद ने आरोप लगाया कि आरोपित धर्म परिवर्तन कराने के बाद उसकी पत्नी पर गंदी नजर रखने लगे. उससे जबरन संबंध बनाने के लिये दबाव बनाया गया. इसके बाद वे जैसे-तैसे करके मौका देखकर जम्मू-कश्मीर से वापस भाग निकले.
एडवोकेट बनवारीलाल ने बताया कि इस संबंध में परिवाद आया था कोर्ट से आदेश हुए हैं कि जिन लोगों ने उन पर अत्याचार किया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. उल्लेखनीय है कि प्रदेश के बॉर्डर इलाके में पूर्व में भी धर्म परिवर्तन की खबरें आती रही हैं. बाड़मेर जिले में कुछ समय पहले एक गांव के कई परिवारों ने स्वयं धर्म परिवर्तन किया था. इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.
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