नई दिल्ली,Localnewsofindia-नवरात्रि, दशहरे के बाद अगले महीने दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। इस साल दिवाली 14 नवंबर, 2020 को मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी धरती पर विचरण करने आती हैं और विधि-विधान से उनकी पूजा करने वाले भक्तों पर अपनी कृपा बरसाती हैं। हिंदू धर्म में दिवाली को लेकर कई धार्मिक मान्यताएं और कहानियां जुड़ी हैं।
जानिए दिवाली को लेकर प्रचलित कुछ अहम पौराणिक कथाएं-
1. एक पौराणिक कथा के अनुसार, कार्तिक अमावस्या के दिन भगवान श्री राम वनवास काटकर और रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। भगवान राम के अयोध्या आगमन पर लोगों ने दीप जलाकर उत्सव मनाया था। तभी से दिवाली मनाई जाती है।
2. एक अन्य कथा के अनुसार, एक नरकासुर नाम का राक्षस था। राक्षस ने अपनी असुर शक्तियों से देवता और जनमानस को परेशान कर रखा था। इतना ही नहीं, इस राक्षस ने साधु-संतों की 16 हजार स्त्रियों को बंदी बना लिया था। नरकासुर के बढ़ते अत्याचारों से परेशान देवता और साधु-संतों ने भगवान श्री कृष्ण से मदद मांगी थी। इसके बाद
भगवान श्री कृष्ण ने कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को नरकासुर का वध कर देवता और संतों को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई थी। इसके साथ ही उन्होंने 16 हजार स्त्रियों को कैद से मुक्त कराया। कहते हैं कि इसी खुशी में दूसरे दिन यानि कार्तिक मास की अमावस्या को लोगों ने घरों को दीये से सजाया। तभी से नरक चतुर्दशी और दीपावली का त्यौहार मनाया जाने लगा।
3. दिवाली को लेकर धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु ने राजा बलि को पाताल लोक का स्वामी बनाया था और इंद्र ने स्वर्ग को सुरक्षित पाकर खुशी से दीपावली मनाई थी।
4. एक अन्य कथा के अनुसार, दिवाली के दिन समुंद्र मंथन के दौरान क्षीरसागर से लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं और उन्होंने भगवान विष्णु को पति के रूप में स्वीकार किया था। तभी से दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।
दिवाली 2021 में कब है (Diwali 2021)-
इस साल दिवाली का त्योहार 14 नवंबर को सेलिब्रेट किया जाएगा। वहीं अगले साल यानी 2021 में दिवाली 4 नवंबर (गुरुवार) को मनाई जाएगी।
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments