रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे मुख्य सचिव राजेन्द्र तिवारी व डीजीपी हितेन्द्र अवस्थी ने कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण किया। इसके साथ कलेक्ट्रेट सभागार में आला अफसरों की बैठक में सुरक्षा के लिए तैयार ब्लूप्रिंट की समीक्षा की। इसके साथ ही आवश्यक निर्देश दिए। इससे पहले पूर्वाह्न रामजन्मभूमि पहुंचे एडीजी सुरक्षा व पीएसी वीके सिंह ने अधिकारियों व तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के साथ पीएम के कार्यक्रम एवं गर्भगृह स्थल की व्यवस्था पर विचार विमर्श किया।
रामजन्मभूमि समेत अयोध्या को पांच जोन में बांटा गया
रामजन्मभूमि की परम्परागत सुरक्षा व्यवस्था में पहला आइसोलेशन जोन है जो कि मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर का भाग है और जिसमें विराजमान रामलला मौजूद हैं। इस क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से सीआरपीएफ के हवाले है। इसके अलावा रेड जोन जिसमें कि रामजन्मभूमि का सम्पूर्ण 70 एकड़ परिसर शामिल है। इस क्षेत्र में सीआरपीएफ व पीएसी सहित सिविल पुलिस के जवान संयुक्त रुप से तैनात हैं। इसके अलावा यलो जोन क्षेत्र
में रामकोट का पूरा इलाका था। इस क्षेत्र में चारों ओर स्थाई बैरीकेडिंग लगाकर सिविल पुलिस व पीएसी की तैनाती की गयी थी। पुन: यलो जोन के दायरे को बढ़ाकर सम्पूर्ण पंचकोसी परिक्रमा क्षेत्र कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त 14 कोसी परिक्रमा पथ ग्रीन जोन का हिस्सा है, जहां समयानुसार सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं।
केन्द्रीय पर्यटन मंत्री ने मोदी के आने से पहले लिया व्यवस्थाओं का जायजा
केन्द्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने शुक्रवार को यहां पहुंचकर भोर में ही रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला का दर्शन पूजन किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम स्थलों का भी निरीक्षण किया। इस मौके पर वह हनुमानगढ़ी व साकेत महाविद्यालय के हेलीपैड स्थल भी गये। इसके अतिरिक्त कारसेवकपुरम में रामजन्मभूमि ट्रस्ट व विहिप पदाधिकारियों से मुलाकात की। पुन: रामघाट स्थित रामजन्मभूमि कार्यशाला में उन्होंने पत्थरों की सफाई कार्य का अवलोकन किया। इसके अलावा सांसद लल्लू सिंह के आवास पर जाकर उनसे भी मंत्रणा की। इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, विधायक वेद प्रकाश गुप्त, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय व संगठन के अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
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