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ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध अब और भी गंभीर रूप ले चुका है। संघर्ष के आठवें दिन भी दोनों देशों ने एक-दूसरे पर बड़े स्तर पर हमले किए हैं। ईरानी न्यूज़ एजेंसी ISNA के अनुसार, गुरुवार रात इजरायल ने ईरान पर कई हमले किए, जिनमें अराक के पास एक न्यूक्लियर रिएक्टर, नतांज़ के पास एक संवेदनशील सुविधा और खोंडब हेवी-वाटर रिसर्च साइट के आसपास के क्षेत्र शामिल हैं। ये सभी स्थान ईरान के परमाणु कार्यक्रम का अहम हिस्सा माने जाते हैं।
एपी की रिपोर्ट के अनुसार, इन हमलों के जवाब में ईरान ने भी इजरायल पर जोरदार पलटवार किया। ईरान की मिसाइलें इजरायल के एक मेडिकल बिल्डिंग पर गिरीं, जिससे आस-पास के अपार्टमेंट्स को गंभीर नुकसान पहुंचा। वहीं, एएफपी ने बताया कि इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि अब उन्हें और जीवित रहने की अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने ईरान पर अस्पतालों पर हमले करने और इजरायल के विनाश की मांग करने का आरोप लगाया।
इस युद्ध के चलते भारी जनहानि हुई है। वॉशिंगटन स्थित ईरानी मानवाधिकार समूह के अनुसार, अब तक ईरान में कुल 639 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 263 आम नागरिक शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 1,300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। वहीं, ईरान के जवाबी हमलों में इजरायल
में अब तक 24 लोगों की मौत और सैकड़ों लोग घायल हो चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने लगभग 400 मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन इजरायल की ओर भेजे हैं। इजरायल का एयर कैंपेन भी ईरान के कई सैन्य और परमाणु ठिकानों को तबाह कर चुका है, जिनमें वरिष्ठ जनरल और वैज्ञानिकों की मौत की पुष्टि हुई है।
इस बीच, भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने का कार्य शुरू कर दिया है। पहले चरण में करीब 100 भारतीय छात्र दिल्ली पहुंच चुके हैं। इनमें से अधिकतर छात्र जम्मू-कश्मीर से हैं, जिन्हें आर्मेनिया के रास्ते भारत लाया गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस युद्ध को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इजरायल को समर्थन देते हुए कहा, "मैं हमला कर सकता हूं, या नहीं भी कर सकता।" उन्होंने दावा किया कि ईरान बातचीत करना चाहता है, लेकिन अब काफी देर हो चुकी है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका देश ईरान के परमाणु और मिसाइल ढांचे को पूरी तरह खत्म करने की ओर बढ़ रहा है। वहीं, अयातुल्ला खामेनेई ने ट्रंप की "सरेंडर" अपील को खारिज करते हुए चेताया कि यदि अमेरिका ने हस्तक्षेप किया तो नतीजे विनाशकारी होंगे।
स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है और आने वाले दिनों में इस संघर्ष के और भी भयानक रूप लेने की आशंका जताई जा रही है।
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