Kashish || @LocalNewsOfIndia
छतरपुर, मध्य प्रदेश: बागेश्वर धाम में गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया, जब तेज बारिश और आंधी के चलते एक पंडाल का हिस्सा गिर गया। हादसे में एक श्रद्धालु की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आठ अन्य घायल हो गए हैं। मृतक की पहचान श्यामलाल कौशल के रूप में हुई है।यह हादसा सुबह करीब 7 बजे उस वक्त हुआ जब आरती समाप्त हो चुकी थी और बारिश शुरू हो गई थी। बारिश से बचने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंडाल के नीचे इकट्ठा हो गए थे। इसी दौरान लोहे के एंगल और पाइप वाला टेंट का एक हिस्सा गिर पड़ा, जिससे श्यामलाल कौशल के सिर में गंभीर चोट आई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
घायलों में श्यामलाल की पत्नी सौम्या, बेटियां पारुल और उन्नति, पड़ोसी आर्यन, कमला सहित छह अन्य लोग शामिल हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है।हादसे को लेकर बमीठा थाना प्रभारी आशुतोष श्रुतिया ने बताया कि दरबार हॉल के सामने वॉटरप्रूफ टेंट लगाया गया था, जिसमें अत्यधिक पानी भर गया था। हवा और
दबाव के कारण टेंट का एक हिस्सा नीचे गिर गया और उसके नीचे श्रद्धालु दब गए।
हादसे के समय बागेश्वर धाम में कथा वाचक पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का जन्मदिन मनाने की तैयारियां चल रही थीं। 1 से 12 जुलाई तक धाम में 12 दिवसीय बालाजी महोत्सव का आयोजन किया गया है, जिसमें देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आयोजन स्थल को भव्य रूप से सजाया गया है और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
परिजनों का दर्द: हादसे में घायल श्रद्धालु राजेश ने बताया कि वे अपने परिवार के साथ दर्शन के लिए आए थे। बारिश के कारण पंडाल के नीचे खड़े हो गए, तभी अचानक टेंट का हिस्सा गिरा और भगदड़ मच गई। “हमने किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन मेरे ससुर श्यामलाल जी की जान नहीं बच सकी,” उन्होंने दुख व्यक्त किया। श्यामलाल कौशल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल: इस घटना ने आयोजकों और स्थानीय प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भीड़ नियंत्रण और मौसम की चेतावनियों को नजरअंदाज करना इस हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है।
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