बीते कुछ समय से मीडिया में वीर सावरकर को लेकर बयानबाजियों का दौर जारी है। कांग्रेस सेवादल 'वीर सावरकर कितने वीर' बुकलेट में किए गए दावे के बाद से वीर सावरकर को लेकर तरह-तरह के बयान सामने आ रहे हैं। इस बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि जो लोग वीर सावरकर का विरोध करते हैं उन्हें दो दिनों के लिए अंडमान जेल भेज दो, तब जाकर उन्हें समझ आएगा।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि जो लोग वीर सावरकर का विरोध करते हैं, वे शायद किसी भी विचारधारा या पार्टी से हो सकते हैं। उन्हें अंडमान सेलुलर जेल के सेल में सिर्फ दो दिन रहने दें, जहां सावरकर को बंधक बनाया गया था, तब उनके देश के लिए बलिदान और उनके योगदान का एहसास होगा।
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि 'मेरा नाम राहुल सावरकर' नहीं है। इस पर संजय राउत ने कहा था कि हिंदुत्व विचारक के प्रति श्रद्धा को
लेकर कोई “समझौता” नहीं किया जा सकता। राउत ने कहा कि हम महात्मा गांधी और पंडित नेहरू का सम्मान करते हैं। कृपया वीर सावरकर का अपमान न करें। जो समझदार होता है उसे ज्यादा बताने कि जरूरत नहीं होती।
अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से संजय राउत ने मराठी भाषा में ट्वीट किया था, जिसका मतलब था- 'वीर सावरकर न केवल महाराष्ट्र बल्कि देश के भी देवता हैं। सावरकर नाम में राष्ट्र अभिमान और स्वाभिमान है। नेहरू और गांधी की तरह, सावरकर ने स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया। ऐसे हर भगवान को सम्मानित किया जाना चाहिए। जय हिंद'
दरअसल, दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की 'भारत बचाओ रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि उनका नाम राहुल गांधी है, 'राहुल सावरकर नहीं है और वह सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं मांगेंगे। भाजपा ने गांधी से उनके “रेप इन इंडिया” बयान के लिए माफी मांगने की मांग की थी। कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना की अगुवाई वाली सरकार में शामिल है।
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