एएन-32 एयरक्राफ्ट के सर्च ऑपरेशन में जुटी वायुसेना की टीम ने गुरुवार को दुर्घटनास्थल से 6 शव बरामद किए हैं। टीम को सात लोगों के अवशेष भी मिले हैं। एएन-32 विमान ने 3 जून को असम के जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरी थी। इसमें क्रू मेंबर समेत 13 यात्री थे। हेलिकॉप्टर एमआई-17 ने मंगलवार 11 जून को अरुणाचल प्रदेश में लिपो के नजदीक करीब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर इसका मलबा देखा था।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता विंग कमांडर रत्नाकर शेट्टी ने बताया कि हादसे की वजह पता नहीं लग पाई है, क्योंकि एयरक्राफ्ट का ब्लैक बॉक्स क्षतिग्रस्त हो चुका है। एयरफोर्स की टीम ने ब्लैक बॉक्स 9 जून को बरामद किया था। अरुणाचल
के मेनचुका एयरफील्ड के ऊपर एएन-32 विमान का संपर्क टूटा था। यह इलाका चीन सीमा के पास है।
विमान की तलाश नौसेना के टोही पी-8आई विमान और इसरो के सैटेलाइट के जरिए भी की गई थी। जंगल काफी घना होने की वजह से पी-8आई एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल किया गया। यह विमान इलेक्ट्रो ऑप्टिकल और इन्फ्रारेड सेंसर्स से लैस है। इसमें बेहद शक्तिशाली सिंथेटिक अपर्चर रडार (एसएआर) लगे थे।
3 साल पहले 22 जुलाई 2016 को भारतीय वायुसेना का एयरक्राफ्ट एएन-32 लापता हो गया था। इसमें 29 लोग सवार थे। एयरक्राफ्ट चेन्नई से पोर्ट-ब्लेयर की ओर जा रहा था। बंगाल की खाड़ी के बाद इसका संपर्क टूट गया।
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments