इस बार का चन्द्र ग्रहण रहेगा 4 घंटे 5 मिनट तक

पुलिस ने लेवी मांगनेवाले दो अपराधियों को हथियार सहित दबोचा Karauli : श्री महावीर जी में भगवान जिनेन्द्र की निकली रथ यात्रा पीलीभीत टाइगर रिजर्व के बीच स्थित नहरों का जंक्शन है खास 29 को कल्पना सोरेन गांडेय से करेगी नामांकन बीजापुर के आराध्य देव चिकटराज मेले का हुआ समापन उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लगातार जारी कांग्रेस प्रत्याशी ने किया नामांकन फॉर्म जमा - झाबुआ रामपुर पहुंचे संजय सिंह, कहा- इंडिया गठबंधन की बनेगी सरकार दंतेवाड़ा 18 नक्सली सरेंडर हमीरपुर में मतदान बढ़ाने का लिया गया संकल्प मऊ में मतदान के लिए दिलाई गई शपथ गर्मियों में बढ़ गई है गैस और अपच की समस्या Dream Girl 3 में अनन्या पांडे नहीं सारा अली खान नजर आएगी Liquor Shop Closed: नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में आज से 26 अप्रैल तक बंद रहेंगे ठेके PM-चुनावी दौरा-प्रदेश मतदाता जागरूकता-प्रदेश पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे यात्रियों को किफायती मूल्य पर भोजन उपलब्ध कराएगा आज का राशिफल पीलीभीत में सड़क सुरक्षा जागरूकता को स्कूलों में दिलाई गई शपथ चुनाव प्रचार समाप्त

इस बार का चन्द्र ग्रहण रहेगा 4 घंटे 5 मिनट तक

Deepak Chauhan 09-01-2020 17:26:00

चन्‍द्र ग्रहण यानि चंद्रमा, पृथ्‍वी और सूर्य का लाइन में आ जाना। इस स्थिति में पृथ्‍वी के कारण सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ पाती है। ऐसी स्थिति में पृथ्‍वी की पूर्ण या आंशिक छाया चंद्रमा पर पड़ती है। धार्मिक परंपराओं के अनुसार चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण को शुभ नहीं माना जाता हैं, लेकिन वैज्ञानिकों के मुताबिक यह पूरी तरह से सामान्य घटना है। इस साल का पहला चंद्रग्रहण कल यानि 10 जनवरी को पड़ने जा रहा है। यह एक उपच्‍छाया चंद्रग्रहण है, रात 10 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा और 11 जनवरी को सुबह 2 बजकर 42 मिनट तक चलेगा।


वैज्ञानिकों के लिए खगोलीय घटना, शास्‍त्रों में अशुभ घटना

एक खगोलीय घटना होने के कारण वैज्ञानिकों के लिए ग्रहण विशेष महत्‍व रखता है। वैज्ञानिक इस दौरान कई गणनाएं करते हैं। चंद्रग्रहण को नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है। इसमें कोई परेशानी नहीं है। हालांकि, धार्मिक मान्‍यता के अनुसार चंद्रग्रहण को नंगी आंखों से देखना शुभ नहीं माना जाता है। गर्भवती महिलाओं को तो ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। शास्‍त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए। भोजन करना, पूजा करना, कंघी करना, ब्रश करना, स्‍नान करना और घर से बाहर जाने से भी मना किया जाता है।


उपच्छाया चंद्र ग्रहण

10 जनवरी को उपच्छाया चंद्रग्रहण लग रहा है। ऐसा चंद्रग्रहण उस समय लगता है,
जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्‍वी आ जाती है। हालांकि, इस स्थिति में सूर्य, चंद्रमा और पृथ्‍वी तीनों एक सीधी लाइन में नहीं होते। इस दौरान चंद्रमा की छोटी-सी सतह पर अंब्र(पृथ्वी के बीच के हिस्से से पड़ने वाली छाया) नहीं पड़ती। चंद्रमा के बाकी हिस्‍से में पृथ्‍वी के बाहरी हिस्‍से की छाया पड़ती है, जिसे पिनम्‍ब्र या उपच्छाया कहा जाता है। हिंदू शास्‍त्रों के अनुसार, उपच्‍छाया चंद्र ग्रहण में सूतक मान्‍य नहीं होता है। इस चंद्रग्रहण को यूरोप, ऑस्‍ट्रेलिया, अफ्रीका और एशिया में रहने वाले लोग देख सकेंगे। इसलिए भारत में चंद्रग्रहण को देखा जा सकेगा।


नंगी आंखों से भी देख सकते हैं चंद्रग्रहण

सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से देखने के लिए मना किया जाता है, लेकिन चंद्रग्रहण के साथ ऐसा बिल्‍कुल नहीं है। अगर आप इस खूबसूरत खगोलीय घटना का लुत्‍फ उठाना चाहते हैं, तो आप नंगी आंखों से भी चंद्रग्रहण को निहार सकते हैं। इससे आपकी आंखों पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। हां, अगर आप चंद्रग्रहण को टेलिस्‍कोप की सहायता से देखेंगे, तो आपको एक अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा, जिसे आप शायद ही कभी भुला पाएं। अगर आप चंद्रग्रहण देखना चाहते हैं, तो बस आपको अब कुछ ही घंटों को इंतजार करना है। वैसे बता दें कि 10 जनवरी के बाद इस साल ही 5 जून, 5 जुलाई और फिर 30 नंवबर को भी चंद्रग्रहण पड़ने वाला है।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :