अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: आलू- प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों को
नियंत्रित करने के लिए सरकार हरकत में आ गई है और इससे त्योहारी सीजन में महंगाई
से राहत की उम्मीद है. उपभोक्ता मामलों के
मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि सरकार प्याज, आलू की घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए कदम उठा
रही है.
सहकारी एजेंसी
नाफेड भी करेगी आयात
उन्होंने कहा कि
निजी व्यापारी पहले ही 7,000 टन प्याज का आयात कर चुके हैं जबकि 25,000 टन दिवाली से पहले आने की उम्मीद है. गोयल ने यह बात ऐसे समय कही है जब देश के कुछ भागों में
प्याज के दाम 80 रुपये किलो से ऊपर पहुंच गए हैं. वहीं, आलू की कीमत भी गुणवत्ता के आधार पर 60 रुपये किलो से ऊपर निकल गई है. मंत्री ने कहा
कि सहकारी एजेंसी नाफेड भी आयात करेगी. इससे बाजार में
प्याज की पर्याप्त आपूर्ति होगी.
त्योहारों के
दौरान मिले सस्ती दरों पर
गोयल ने कहा कि
हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं लोगों को त्योहारों के दौरान ये चीजें सस्ती दरों पर
मिले. सरकार ने प्याज के आयात के लिए कदम उठया है और
दिसंबर तक प्याज के आयात पर धूम्र-शोधन की शर्तों में ढील दी है. उन्होंने कहा, ‘अबतक 7,000 टन प्याज निजी व्यापारियों ने आयात किए हैं, इसके अलावा 25,000 टन प्याज दिवाली से पहले आने की उम्मीद है.’
के अलावा मंडियों में
अगले महीने खरीफ की नई फसल की आवक शुरू होने से आपूर्ति स्थिति सुधरेगी और कीमतों
पर दबाव कम होगा। सरकार ने खरीफ और खरीफ मौसम में देरी से आने वाले प्याज का
उत्पादन चालू वर्ष मे 6 लाख टन कम होकर 37 लाख टन रहने का अनुमान जताया है.
उन्होंने कहा कि
अन्य उपायों में सरकार ने प्याज के बीजों के निर्यात पर पाबंदी लगाई है और जमाखोरी
रोकने के लिए व्यापारियों पर भंडार सीमा लगाए गए हैं. इसके अलावा नाफेड करीब एक लाख टन बफर स्टॉक में से खुले
बाजार में प्याज की बिक्री कर रही है. अबतक उसने 36,488 टन प्याज बेचे हैं.
10 लाख टन आलू का किया जा रहा आयात
गोयल ने कहा कि
आलू के खुदरा मूल्य पर लगाम लगाने के लिए 10 लाख टन आयात किया जा रहा
है. इसमें से करीब 30,000 टन आलू भूटान से
अगले कुछ दिनों में आ जाएगा. 10 लाख टन आलू के आयात के लिए सीमा शुल्क जनवरी 2021 तक कम कर 10 प्रतिशत कर दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आलू, प्याज और अन्य जरूरी
चीजें त्योहारों के दौरान सस्ती दरों पर मिले.’
दलहन के दाम
स्थिर
दाल के बारे में
गोयल ने कहा कि ज्यादातर दलहन के दाम अभी स्थिर हैं. वास्तव में
पिछले चार साल के मुकाबले दाल के दाम काफी नीचे हैं. उन्होंने कहा कि
हालांकि घरेलू आपूर्ति बढ़ाने के लिए सरकार ने 4 लाख टन तुअर दाल के आयात
को लेकर समयसीमा दिसम्बर तक बढ़ा दी है.
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