अमेरिका के सैन डिएगो स्थित एक अस्पताल ने गुरुवार को दुनिया के सबसे छोटे नवजात (वजन और शरीर में) के जीवित रहने का खुलासा किया। बेबी सेबाई का जन्म के वक्त वजन महज 245 ग्राम था और शरीर सेब से भी छोटा था। अमेरिका की आइओवा यूनिवर्सिटी की ‘टाइनिएस्ट बेबीज रजिस्ट्री’ में उसे दुनिया का सबसे छोटा जीवित नवजात के तौर पर दर्ज किया गया।
सैन डिएगो के शार्प मैरी बिर्च अस्पताल के मुताबिक, सेबाई का जन्म दिसंबर 2018 में हुआ था। इसके बाद करीब पांच महीने तक इसका इलाज चला। हाल ही में स्वस्थ होने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई। सेबाई का जन्म गर्भावस्था के 23वें हफ्ते में हुआ। एक सामान्य गर्भावस्था 40 हफ्तों की होती है। डॉक्टरों ने पहले ही पिता को बता दिया था कि उनके पास अपनी बेटी को देखने के लिए सिर्फ एक घंटा है, क्योंकि इतने कम वजन वाले बच्चों का जीवित रहना बेहद मुश्किल होता है।
अस्पताल ने बच्ची की मां का एक वीडियो भी जारी किया है। इसमें उन्होंने बताया गया कि डॉक्टरों ने बच्ची के एक घंटे तक जीवित रहने की संभावना जताई थी। हालांकि, डॉक्टरों की कोशिश
से बच्ची पहले दो घंटे, फिर कुछ दिन और इसके बाद कुछ हफ्तों तक जीवित रह गई। ऐसा इसलिए की डॉक्टर खुद इसके जीवित रहने को लेकर कोई ठोस दावा नहीं कह पा रहे थे।
अस्पताल के आईसीयू में पांच महीने तक रखे जाने के बाद उसका वजन 2.2 किलो तक पहुंच गया। इसके बाद ही डॉक्टरों ने उसे डिस्चार्ज किया। अस्पताल में सेबाई का ख्याल रखने वाली नर्स किम नोर्बी के मुताबिक, बच्ची का बचना किसी चमत्कार से कम नहीं है। एक और नर्स एमा ने कहा कि सेबाई जन्म के समय इतनी छोटी थी बिस्तर पर दिखाई ही नहीं देती ती। वो हथेली में ही समा जाती थी।
इससे पहले अक्टूबर 2018 में टोक्यो के एक अस्पताल में सबसे कम वजन के बच्चे का जन्म हुआ था। जन्म के वक्त उसका वजन 258 ग्राम था। 6 महीने से अधिक चले इलाज के बाद इसका वजन 3 किलो हो गया है। इससे पहले ये रिकॉर्ड जापान के ही एक बच्चे के नाम था, जिसका जन्म के समय वजन 268 ग्राम था।
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