क्या आप भी पिम्पल्स से परेशान है, अगर हाँ तो ये आप के लिए है।

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क्या आप भी पिम्पल्स से परेशान है, अगर हाँ तो ये आप के लिए है।

Abhishek sinha 07-11-2019 17:14:57

आमतौर पर जब हमारी त्वचा पर मौजूद तेल ग्रंथियां बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाती हैं, तो मुंहासों का जन्म होता है। हथेलियों और तलवों को छोड़कर, ये तेल ग्रंथियां हमारे पूरे शरीर की त्वचा पर मौजूद होती हैं। त्वचा के रोम छिद्र अंदर से इन तेल ग्रंथियों वाली कोशिकाओं से जुड़े होते हैं। यही रोम छिद्र सीबम पैदा करते हैं, जो त्वचा की खूबसूरती और उसके भीतर तेल संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। जब हमारे शरीर में हार्मोनल बदलाव होता है, तो हमारी त्वचा की तेल ग्रंथियों में तेल संतुलन बिगड़ जाता है। इस संतुलन के बिगड़ने की वजह से ही हमारी त्वचा पर मुंहासे नज़र आने लगते हैं।

 पेपुल्स – ये गुलाबी रंग के ठोस दाने होते हैं, जिनकी वजह से कभी-कभी दर्द भी होता है।

क्या आप जानते है कितने प्रकार के पिम्पल होते है ?

फुंसी या दाना – ये छोटे दाने होते हैं, जिनके मुंह में मवाद भरा होता है।


नोड्यूल्स – ये त्वचा पर थोड़ी गहराई में पनपते हैं। इनका आकार बड़ा होता है और इनकी वजह से दर्द भी होता है।

पुटी – ये त्वचा पर ज़्यादा गहराई में पनपते हैं और इनकी वजह से दर्द भी हो सकता है। फुंसी की तरह ही इनमें भी मवाद भरा होता है। कई बार ये ठीक होने के बाद त्वचा पर दाग छोड़ देते हैं।

पिंपल या मुंहासे का होना कोई जानलेवा बीमारी तो नहीं है, फिर भी समय रहते इस बीमारी का इलाज करवा लेना चाहिए। दरअसल, पिंपल अगर ज़्यादा हों और उनका जल्द इलाज न करवाया जाए, तो वे त्वचा पर दाग छोड़ सकते हैं।

पिंपल निकलने का कोई खास लक्षण नहीं होता है। लेकिन, कभी-कभी जहां पिंपल निकलने वाला हो, वहां आपको दर्द महसूस हो सकता है। अगर लगातार कुछ दिनों से आपको पेट से जुड़ी परेशानियां हो रही हों या आप तनाव में हों, तो भी पिंपल हो सकते हैं। सच तो ये है कि पिंपल का होना या न होना, त्वचा और शरीर की बनावट पर निर्भर करता है। इसका कोई निर्धारित लक्षण नहीं होता है।

पिंपल/मुंहासे होने के कारण

नीचे हम कुछ ऐसी चीज़ों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी वजह से पिंपल हो सकते हैं:

1. अनुवांशिकता

पिंपल की समस्या अनुवांशिक हो सकती है। अगर आपके परिवार में किसी को बार-बार पिंपल होते हैं, तो आपको भी पिंपल की समस्या का सामना करना पड़ सकता है

2. हार्मोनल बदलाव

बढ़ती उम्र के साथ शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों की वजह से भी पिंपल होते हैं। खासकर महिलाओं को मासिक धर्म, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के समय शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण पिंपल हो सकते हैं।

3. दवाओं के कारण

कभी-कभी तनाव, मिर्गी या मानसिक बीमारी से जुड़ी कुछ दवाओं के सेवन से भी पिंपल निकल सकते हैं। (4)

4. कॉस्मेटिक का ज़्यादा इस्तेमाल

कॉस्मेटिक यानी सौंदर्य प्रसाधनों का ज़रूरत से ज़्यादा इस्तेमाल करने से पिंपल निकल सकते हैं। कई बार महिलाएं पूरे दिन मेकअप में रहती हैं और रात को ठीक से मेकअप नहीं उतारती हैं। इस वजह से भी पिंपल हो सकते हैं। इसलिए, महिलाओं को हल्का मेकअप करने और नेचुरल ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। (3)

5. खानपान से जुड़ी बुरी आदतें

न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी और द अकादमी ऑफ़ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स की ओर से प्रकाशित की गई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि उच्च ग्लाइसेमिक भोजन, जैसे – बेकरी के खाद्य पदार्थ और हाई शुगर वाले ड्रिंक्स का सेवन करने से भी पिंपल होते हैं। इसके अलावा डेयरी प्रोडक्ट, ऑयली चीज़ें और जंक फ़ूड के ज़्यादा सेवन से भी पिंपल हो सकते हैं।

6. तनाव

ज़्यादा समय तक तनाव में रहने से भी पिंपल की परेशानी हो सकती है। जब आप तनाव में होते हैं तो आपके शरीर के अंदर कुछ बदलाव होते हैं जिस कारण पिंपल हो सकता है। दरअसल, तनाव से न्यूरोपैट्राइड्स नामक रसायन निकलता है जिससे तनाव और भी बढ़ सकता है।

7. बदलता मौसम और प्रदूषण

ज़्यादा समय तक धूल-मिट्टी और  प्रदूषित वातावरण में रहने से पिंपल होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, अगर आप एक शहर से दूसरे
शहर तक ज़्यादा आना-जाना करते हैं, तो बदलते मौसम के कारण भी आपको पिंपल हो सकते हैं।

पिंपल/मुंहासे हटाने के घरेलू उपाय 

जानिए कैसे करें पिंपल का घरेलू उपाय। नीचे हम आपको पिंपल हटाने के कुछ आसान उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं:

1. बर्फ़ – Iceसामग्री

एक बर्फ़ का टुकड़ा

साफ़ कपड़ा

कैसे तैयार करें?

आप एक छोटे बर्फ़ के टुकड़े को एक साफ़ कपड़े में लपेट लें।

कैसे लगाएं?

अब अपने पिंपल के ऊपर धीरे-धीरे उस बर्फ़ के टुकड़े को रगड़ें। लेकिन ध्यान रखें कि आप ज़्यादा देर तक बर्फ़ को पिंपल पर न रखें।

समय

आप ऐसा दो से तीन मिनट तक करें।

कैसे करता है मदद?

पिंपल पर बर्फ़ रगड़ने से उसकी सूजन कम होती है और वो धीरे-धीरे ठीक होने लगता है। अगर पिंपल निकलने की शुरुआत होते ही ये नुस्खा आज़माया जाए, तो इससे ज़्यादा फ़ायदा होता है।


2. टूथपेस्ट

सामग्री

सफ़ेद टूथपेस्ट

रूई

कैसे तैयार करें?

इसमें किसी खास तैयारी की ज़रूरत नहीं पड़ती है।

कैसे लगाएं?

आप रूई में थोड़ा सा टूथपेस्ट लेकर पिंपल पर लगाएं। ऐसा करने से आपके पिंपल का आकार घट सकता है। ध्यान रहे कि आप सफ़ेद टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल करें, जेल टूथपेस्ट का नहीं।

समय

ये नुस्खा आप रात में आज़माएं और सुबह उठकर चेहरा पानी से धो लें।

कैसे करता है मदद?

टूथपेस्ट में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पिंपल के लिए ज़िम्मेदार बैक्टीरिया को कम करने में मदद करते हैं। 

3. मुल्तानी मिट्टी – 

सामग्री

दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी

एक चम्मच गुलाब जल

चार से पांच बूंद नींबू का रस

कैसे तैयार करें?

मुल्तानी मिट्टी, गुलाब जल और नींबू के रस को मिलाकर एक पेस्ट बना लें। आप चाहे तो इसमें थोड़ा पानी भी मिला सकते हैं।

कैसे लगाएं?

हाथ से इस पेस्ट को पूरे चेहरे पर या सिर्फ़ पिंपल वाली जगह पर लगाएं।

समय

इस पेस्ट को दस से पंद्रह मिनट तक लगाकर रखें फिर पानी से धो लें।

कैसे करता है मदद?

मुल्तानी मिट्टी ना सिर्फ़ त्वचा की गंदगी को बाहर निकालती है, बल्कि त्वचा से बेकार तेल को भी खींच लेती है। साथ ही यह मिट्टी रक्त प्रवाह को बढ़ाती है। यह मिट्टी खासतौर पर तैलीय त्वचा के लिए ज़्यादा फ़ायदेमंद होती है। 

अगर आपकी त्वचा रूखी है, तो इस नुस्खे का इस्तेमाल थोड़ा ध्यान से करें। दरअसल, पेस्ट को ज़्यादा देर तक लगाकर रखने से आपकी त्वचा का रूखापन बढ़ सकता है।

4. एलोवेरा – 

सामग्री

एलोवेरा

कैसे तैयार करें?

इसमें कुछ खास तैयारी की ज़रूरत नहीं पड़ती है। एलोवेरा को जब आप तोड़ेंगे, तो आपको उसके अंदर एक द्रव्य दिखेगा। आपको उसी द्रव्य या जेल का इस्तेमाल करना होता है।

कैसे लगाएं-

एलोवेरा से निकले जेल को सीधे पिंपल वाली जगह पर लगाएं।

समय

जेल को दस से पंद्रह मिनट तक पिंपल पर लगा रहने दें और फिर पानी से धो लें।


कैसे करता है मदद?

चेहरे और पीठ पर मौजूद मुंहासों के इलाज के लिए एलोवेरा जेल को मुंहासे वल्गैरिस उपचार में और पूरे चेहरे और पीठ में उपयोग में लाया जाता है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीइन्फ़्लैमेट्री गुण त्वचा में होनी वाली सूजन और जलन को कम करते हैं। (10)


5. नींबू – Lemon 

सामग्री

एक नींबू

एक छोटा रुई का गोला

कैसे तैयार करें?

एक छोटी कटोरी में नींबू का रस निकाल लें और उस रस में रुई का छोटा-सा टुकड़ा डुबो लें।

कैसे लगाएं?

सोने से पहले रुई से नींबू के रस को पिंपल वाली जगह पर लगाएं।

समय-

रात भर नींबू के रस को लगा रहने दें और अगले दिन सुबह उसे पानी से धो लें।

कैसे करता है मदद?

नींबू त्वचा की जलन और सूजन को कम करने में मदद करता है। (11) नींबू में एंटीमाइक्रोबायल और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जो पिंपल पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मार देते है। (12) नींबू का रस पिंपल के दाग़ मिटाने में भी कारगर साबित हो सकता है। (13)अगर आपकी त्वचा थोड़ी ज़्यादा संवेदनशील है, तो इस नुस्खे के इस्तेमाल में सावधानी बरतें। नींबू का रस आपकी त्वचा को रूखा बना सकता है और आपकी त्वचा में जलन भी हो सकती है।

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