बेहतरीन कलाकारों से बनी साधारण फिल्म परस्थानम

गर्मियों में बढ़ गई है गैस और अपच की समस्या Dream Girl 3 में अनन्या पांडे नहीं सारा अली खान नजर आएगी Liquor Shop Closed: नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में आज से 26 अप्रैल तक बंद रहेंगे ठेके PM-चुनावी दौरा-प्रदेश मतदाता जागरूकता-प्रदेश पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे यात्रियों को किफायती मूल्य पर भोजन उपलब्ध कराएगा आज का राशिफल पीलीभीत में सड़क सुरक्षा जागरूकता को स्कूलों में दिलाई गई शपथ चुनाव प्रचार समाप्त लू और तापघात चिराग पासवान ने महेश्वर हजारी पर हमला बोला Airtel ने इंटरनेशनल रोमिंग पैकेज लॉन्च किया 30 अप्रैल को कोर्ट में फिर से पेश होंगे बाबा रामदेव पवन सिंह ने रोहतास में शुरू किया रोड शो चित्रकूट में हनुमान जन्मोत्सव पर विविधि कार्यक्रम भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव पर आज हनुमान मंदिर में की जा रही विधिवत पूजा अर्चना ललितपुर में दो बाइकों की टक्कर में दो की लोगों की मौत प्रशांत किशोर ने कहा शिक्षा का स्तर बढ़ाए सरकार सहरसा में वीर कुंवर सिंह जयंती समारोह बदायूं से ग्यारह प्रत्याशी मैदान में।

बेहतरीन कलाकारों से बनी साधारण फिल्म परस्थानम

Sakshi Dobriyal 22-09-2019 15:09:16

इस परिवार में दबंग नेता बलदेव सिंह( संजय दत्त), उनकी पत्नी सरोज( मनीषा कोइराला), उनका बेटा आयुष (अली फजल) और छोटा बेटा विवान ( सत्यजीत दुबे) है। कुल मिलाकर प्रस्थानम एक साधारण फिल्म है। अगर आप संजय दत्तकुल मिलाकर प्रस्थानम एक साधारण फिल्म है। अगर आप संजय दत्त और दूसरे कलाकारों के जबरदस्त फैन हैं तो आप यह फिल्म देखने जा सकते हैं। वरना अगले हफ्ते का इंतजार करेंसरोज परिवार का शक्ति केंद्र है। उसकी बात खुद बलदेव सिंह भी नहीं टाल सकते। बड़ा बेटा आयुष नैतिक मूल्यों का समर्थक है। काफी लोकप्रिय भी छोटा बेटा विवाह बिगड़ैल रईसजादा है। बात-बात पर हाथापाई लड़ाई-झगड़ा उसके लिए बड़ी आम बात है!

इलेक्शन का दौर है। वोटों का समीकरण, चुनावी भाषण, अपोजिशन का सेटलमेंट, यह सारा हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा साथ-साथ चल रहा है और इसके बीच इस परिवार के आपसी तनाव और उलझे हुए रिश्ते यही मूल विषय है फिल्म प्रस्थानम का। निर्देशक देवा कट्टा की फ़िल्म की विषय-वस्तु तो बहुत रोचक है मगर लेखन विभाग ने गड़बड़ कर दी!

इतने सारे किरदारों को दर्शकों से रूबरू कराने में पूरा पहला हाफ चला गया। सच्ची कहानी शुरू होती है इंटरवल के बाद। तब तक दर्शक ऊब गया होता है! बलदेव सिंह और आयुष के किरदारों को छोड़कर बाकी सारे किरदार सही लिखने के अभाव में बेमानी साबित होते हैं। अभिनय की अगर बात करें तो संजय दत्त, मनीषा कोईराला, जैकी श्रॉफ, चंकी पांडेय, अली फजल और सत्यदेव दुबे जैसे कलाकारों ने अपने-अपने किरदारों के साथ पूरी तरह न्याय किया है, लेकिन निर्देशक मनीषा कोईराला, जैकी श्रॉफ, चंकी पांडेय, अमायरा दस्तूर जैसे कलाकारों के साथ पूर्ण न्याय नहीं किया है। इनके किरदार कब आते हैं, कब चले जाते हैं, समझ में नहीं आता



xss=removed>Publish Date:Fri, 20 Sep 2019 04:16 PM (IST)
Prassthanam Movie Review: बेहतरीन कलाकारों से सजी एक साधारण फ़िल्म, जानिए मिले कितने स्टार
Prassthanam Movie Review इलेक्शन का दौर है फोटो का समीकरण चुनावी भाषण गौरी अपोजिशन का सेटलमेंट यह सारा हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा साथ साथ चल रहा है।

मोदी सरकार - 2.0 के 100 दिन

पराग छापेकर, मुंबई। जब संजय दत्त जैकी श्रॉफ, मनीषा कोईराला, चंकी पांडे जैसे दिग्गज कलाकार एक ही पोस्टर पर नजर आएं तो जाहिर है फिल्म प्रेमियों को उस फिल्म का इंतजार बेसब्री से रहता है। यह कहानी है बल्लीपुर के विधायक बलदेव सिंह और उसके परिवार की।

इस परिवार में दबंग नेता बलदेव सिंह( संजय दत्त), उनकी पत्नी सरोज( मनीषा कोइराला), उनका बेटा आयुष (अली फजल) और छोटा बेटा विवान ( सत्यजीत दुबे) है। सरोज परिवार का शक्ति केंद्र है। उसकी बात खुद बलदेव सिंह भी नहीं टाल सकते। बड़ा बेटा आयुष नैतिक मूल्यों का समर्थक है। काफी लोकप्रिय भी छोटा बेटा विवाह बिगड़ैल रईसजादा है। बात-बात पर हाथापाई लड़ाई-झगड़ा उसके लिए बड़ी आम बात है!

इलेक्शन का दौर है। वोटों का समीकरण, चुनावी भाषण, अपोजिशन का सेटलमेंट, यह सारा हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा साथ-साथ चल रहा है और इसके बीच इस परिवार के आपसी तनाव और उलझे हुए रिश्ते यही मूल विषय है फिल्म प्रस्थानम का। निर्देशक देवा कट्टा की फ़िल्म की विषय-वस्तु तो बहुत रोचक है मगर लेखन विभाग ने गड़बड़ कर दी!

इतने सारे किरदारों को दर्शकों से रूबरू कराने में पूरा पहला हाफ चला गया। सच्ची कहानी शुरू होती है इंटरवल के बाद। तब तक दर्शक ऊब गया होता है! बलदेव सिंह और आयुष के किरदारों को छोड़कर बाकी सारे किरदार सही लिखने के अभाव में बेमानी साबित होते हैं। अभिनय की अगर बात करें तो संजय दत्त, मनीषा कोईराला, जैकी श्रॉफ, चंकी पांडेय, अली फजल और सत्यदेव दुबे जैसे कलाकारों ने अपने-अपने किरदारों के साथ पूरी तरह न्याय किया है, लेकिन निर्देशक मनीषा कोईराला, जैकी श्रॉफ, चंकी पांडेय, अमायरा दस्तूर जैसे कलाकारों के साथ पूर्ण न्याय नहीं किया है। इनके किरदार कब आते हैं, कब चले जाते हैं, समझ में नहीं आता।



  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :