जानिये क्यों लगता है जन्माष्टमी पर कृष्ण को छप्पन भोग

Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। No Entry के सीक्वल में आइये जानते है कौन से यंग सितारे नजर आएँगे कर्नाटक-कॉलेज कैंपस में हुई वारदात गुजरात में मिले 4.7 करोड़ वर्ष पुराने अवशेष आज का राशिफल चमकीला के लिए अंजुम बत्रा ने दो महीने में सीखा ढोलक बजाना Lok Sabha Election 2024: चेन्नई में वोटिंग शुरू हुई,साथ फिल्मी सितारे भी पोलिंग बूथ के बाहर नजर आए बरतें सावधानी-कुत्तों के साथ साथ,दूसरे जानवरों के काटने से भी होता है रेबीज का खतरा चिराग पासवान के समर्थन में RJD की शिकायत लेकर आयोग पहुंची BJP क्रू ने बॉक्स ऑफिस पर अब तक कितने करोड़ कमाए शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा पर ED का एक्शन,98 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त आइये जानते है किस कारण से बढ़ सकता है ब्रेन स्ट्रोक का खतरा रामनवमी जुलूस पर हुई हिंसा को लेकर राज्यपाल को लिखा पत्र गॉर्लिक-बींस से बनने वाला टेस्टी सलाद प्रदोष व्रत 2024:आइये जानते है प्रदोष व्रत और शुभ मुहूर्त इन ड्रिंक्स की मदद से Vitamin D की कमी को दूर करे बेंगलुरु-रामनवमी पर हिंसा की घटना सामने आई सलमान खान फायरिंग मामले-मुंबई क्राइम ब्रांच ने आरोपियों से पूछताछ शुरू की कलरएसेंस वाले नंदा का गोरखधंधा चोर ठग या व्यवसायी गर्मियों में पेट को ठंडा रखने के लिए बेस्ट हैं ये 3 ड्रिंक्स

जानिये क्यों लगता है जन्माष्टमी पर कृष्ण को छप्पन भोग

24-08-2019 17:28:57

 भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन हर साल जन्माष्टमी के रूप में खूब धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल जन्माष्टमी का त्योहार 24 अगस्त को मनाया जाएगा। देशभर में और इस्कॉन मंदिरों में एक हफ्ते पहले से ही कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर खास तैयारियां शुरू हो जाती हैं। 

मंदिरों की सजावट, झांकियां और इन सब के साथ आकर्षक होता है पंजीरी और छप्पन भोग प्रसाद। खासकर, श्रीकृष्ण की जन्मभूमि उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के वृंदावन में जन्माष्टमी की शानदार झांकियां देखने का मजा ही कुछ और है। जन्माष्टमी के दिन भक्त पूरे दिन व्रत करने के बाद मध्य रात भगवान के जन्म के समय उन्हें 56 भोग लगाकर उपवास तोड़ते हैं। 

क्या है 56 भोग का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, एक बार श्रीकृष्ण ने गोकुलवासियों तो इंद्र देव के कहर यानी भारी वर्षा से बचाने के लिए अपनी कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया था। गोकुल गांव के सभी लोगों ने पर्वत के नीचे शरण लेकर तेज बारिश से अपनी
जान बचाई। भगवान श्रीकृष्ण ने लगातार 7 दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाकर सभी गांव के लोगों की रक्षा की। आखिरकार इंद्र देव को विवश होकर बारिश को रोकना पड़ा।

श्रीकृष्ण दिन में आठ तरह का भोजन करते थे लेकिन जब सात दिन गोवर्धन पर्वत उनकी उंगली पर टिका रहा तो उन्होंने कुछ नहीं खाया। बारिश रुकने के बाद खुशी में गांव वालों ने भगवान का आभार प्रकट करते हुए प्रतिदिन भोजन से 7 गुणा ज्यादा छप्पन तरह के पकवान का भोग लगाया। छप्पन भोग में श्रीकृष्ण की पसंद के सभी व्यंजन बनाए गए जिसमें नमकीन, अचार, पेय पदार्थ, फल, अनाज जैसे कई खाद्य पदार्थ शामिल हैं।

जन्माष्टमी के दिन काफी लोग 16 तरह की नमकीन, 20 तरह की मिठाई और 20 तरह के ड्राई फ्रूट्स का भोग लगाते हैं। लेकिन आमतौर पर श्रीकृष्ण को रस्गुल्ला, खीर, मूंग दाल हलवा, काजू, बादाम, खिचड़ी सहित अन्य कई पकवान चढ़ाए जाते हैं। सभी 56 व्यंजनों को एक क्रम में सजाया जाता है।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :