जननिये सैटेलाइट के फायदे और कुछ मुख्य जानकारी

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जननिये सैटेलाइट के फायदे और कुछ मुख्य जानकारी

kunika katiyar 13-07-2019 16:51:01

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 15 जुलाई को Chandrayaan-2 लॉन्च करने वाला है. लेकिन क्या आपको पता है कि पृथ्वी के चारों तरफ कितने सैटेलाइट हैं. उनमें से कितने भारत ने भेजे हैं. यूनाइटेड नेशंस फॉर आउटर स्पेस अफेयर्स (UNOOSA) के अनुसार 1957 में पहले सैटेलाइट स्पूतनिक के लॉन्च के बाद से 2018 तक पृथ्वी के चारों तरफ कुल 8,378 उपग्रह भेजे गए. अभी 4,994 सैटेलाइट पृथ्वी की कक्षा में घूम रहे हैं. जबकि, इनमें सिर्फ 1957 उपग्रह काम कर रहे हैं. यानी 40 फीसदी से कम उपग्रह ही काम कर रहे हैं. इनमें से सिर्फ 7 सैटेलाइट ऐसे हैं जो दूसरे ग्रहों के चारों तरफ चक्कर लगा रहे हैं. जबकि, 2 छोटे उपग्रहों को भी लॉन्च किया गया है.

पर क्या आपको पता है कि इसरो ने अब तक कितने सैटेलाइट छोड़े हैं. इनमें कितने देसी और कितने विदेशी हैं. कितने स्टूडेंट्स ने बनाए हैं और कितने रॉकेट सफल हुए हैं. किस मिशन में असफलता मिली. आइए... जानते हैं कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अब तक कितने सैटेलाइट अंतरिक्ष में छोड़े हैं और वे कितने प्रकार के हैं.

ISRO ने अब तक छोड़े 370
उपग्रह

इसरो ने अब तक अंतरिक्ष में कुल 370 उपग्रह छोड़े हैं. इनमें 101 देसी और 269 विदेशी सैटेलाइट हैं. मून मिशन चंद्रयान-2 अगर सफल होता है इनकी संख्या बढ़कर 371 हो जाएगी. इसरो ने देश के लिए कुल 101 सैटेलाइट लॉन्च किए हैं. जिनमें संचार, आपदा प्रबंधन, इंटरनेट, रक्षा, मौसम, शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों को सेवाएं देने वाले उपग्रह हैं.

41 संचार उपग्रह जिन्होंने लोगों की दूरियां कम कर दीं

आजादी के बाद किसी को क्या पता था कि देश में संचार माध्यम तेजी से बढ़ेंगे. इसरो के वैज्ञानिकों में आजादी के बाद से अब तक संचार व्यवस्था को लेकर 41 उपग्रह छोड़े. जिनमें से अभी 15 काम कर रहे हैं. ये 15 सैटेलाइट हैं- INSAT-3A, 3C, 4A, 4B, 4CR और इसी प्रणाली के अंदर आने वाले GSAT-6, 7, 8, 9, 10, 12, 14, 15, 16 और 18. ये सभी सैटेलाइट 200 ट्रांसपोंडर्स की मदद से टेलीफोन, मोबाइल, टीवी, समाचार, आपदा प्रबंधन, मौसम पूर्वानुमान जैसे कार्यों में मदद कर रहे हैं. संचार उपग्रहों की लॉन्चिंग और कार्यप्रणाली को लेकर अब तक इसरो वैज्ञानिकों को सिर्फ 6 असफलताएं ही मिली हैं.

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