भारत में चर्चित और दुनिया की सबसे बड़ी ब्रिवरी कंपनी Anheuser-Busch InBev अपने प्रोडक्ट्स दिल्ली में अगले तीन साल के लिए नहीं बेच पाएगी, क्योंकि दिल्ली सरकार इस कंपनी को बैन कर दिया है। आरोप है कि कंपनी टैक्स की चोरी कर रही थी, जिसके चलते इसी साल जुलाई में दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (aam aadmi party) सरकार को कंपनी पर बैन लगाने जैसा कदम उठाना पड़ा था। दिल्ली पुलिस कंपनी के आरोपों की जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अनंत कुमार गुंजन ने समाचार एजेंसी को बताया कि दिल्ली सरकार के अनुरोध के बाद इस मामले की जांच शुरू की है। हम पूछताछ के आधार पर इस मामले की जांच कर रहे हैं। अपनी बात जोड़ते हुए अधिकारी ने कहा कि औपचारिक मामला दर्ज करने से पहले दिल्ली पुलिस अपनी जांच करेगी।वहीं, एबी इनबेव ने शुक्रवार को एक बयान में मीडिया एजेंसी को बताया कि जांच को लेकर प्रतिक्रिया देने का यह उचित समय नहीं है।
यह अलग बात है कि दिल्ली सरकार के आरोपों को लेकर AB InBev ने पिछले दिनों एक
बयान जारी करके गलत बताया था और कहा था कि इस फैसले के खिलाफ कोर्ट में भी अपील करेगी।
गौरतलब हैकि Budweiser बीयर कंपनी के सबसे पॉपुलर प्रोडक्ट्स में से एक है और महंगा होने के बावूजद दिल्ली-एनसीआर में भी यह खूब लोकप्रिय है।
वहीं, दिल्ली सरकार ने तीन साल के इन्वेस्टिगेशन के बाद इस महीने की शुरुआत में यह फैसला लिया। इन्वेस्टिगेशन के दौरान सरकार को पता चला कि AB InBev के अधिग्रहण वाली बीयर निर्माता SABMiller शहर के रिटेलरों को बेची जाने वाली अपनी बीयर बोतलों पर डुप्लीकेट बारकोड का इस्तेमाल कर रही थी, ताकि उन्हें एक्साइज ड्यूटी न चुकाना पड़े। AB InBev ने 2016 में 100 अरब डॉलर में SABMiller का अधिग्रहण किया था।
इस मामले में 16 जुलाई को आए पहले फैसले में दिल्ली सरकार ने कहा था कि कंपनी फर्जी बारकोड का इस्तेमाल कर रही थी। पिछले हफ्ते आए एक दूसरे ऑर्डर में दिल्ली प्राधिकरण ने कहा कि, AB InBev को तीन साल के लिए 'ब्लैकलिस्ट’ किया गया है। इसका मतलब कि दिल्ली के किसी भी बाजार में इस कंपनी की का कोई प्रोडक्ट नहीं बिकेगा।
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