मिलेनियम सिटी गुरुग्राम में नशे के कारोबार में साल दर साल करोड़ों रुपये की बढ़ोतरी हो रही है। नशे का सामान जिले में सात राज्यों के माध्यम से पहुंचता है। उसके बाद लोगों को हजारों रुपये लेकर बेच दिया जाता है। हालांकि गुरुग्राम पुलिस द्वारा नशे के कारोबार पर रोक लगाने के लिए अपराध शाखाओं की पैनी नजर रहती है, बावजूद इसके यह कारोबार तेजी से पनप रहा है।
गुरुग्राम में शराब, अफीम, गांजा और ड्रग की काफी खपत होती है। नशे के कारोबारियों का मुख्य फोकस युवा रहते हैं। जिले में विदेशी भी नशे के कारोबार में लिप्त रहते हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गुरुग्राम में सात राज्यों से नशे का सामान लाया जाता है। उसके बाद कारोबारियों द्वारा अपने ग्राहकों को उनकी डिमांड के अनुसार रुपये देकर उपलब्ध करवाया जाता है।
पुलिस के अनुसार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उड़ीसा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और बिहार राज्य से गांजा,अफीम और सुल्फा लाया जाता है। जबकि राजस्थान से मैथाडॉन, चरस और स्मैक आता है।
अवैध शराब का भी बड़ा कारोबार : गुरुग्राम में अवैध शराब का भी बड़ा
कारोबार है। शहर से उत्तरप्रदेश सहित दूसरे राज्यों में यहां से शराब लेकर उसकी तस्करी की जाती है। जून 2019 में गांव नाथुपूर में अवैध शराब कारोबारी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने हमला कर दिया था।
विदेशी भी शामिल :- गुरुग्राम पुलिस द्वारा नशे का सामान बेचने में नाइजीरिया, अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान के लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।
ये लोग कई बार युवाओं को स्मैक, ड्रग बेचते हुए गिरफ्तार भी किए गए हैं। हालांकि इन लोगों द्वारा युवाओं को ग्राम और पुड़िया के अनुसार बेचते हैं। विदेशियों द्वारा दिल्ली में भी नशे का कारोबार किया जाता है। वहां पर पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद यह लोग गुरुग्राम में आकर करने लगे थे। हालांकि गुरुग्राम पुलिस द्वारा भी जल्द उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ऐसे लोगों पर विशेष नजर रखती है।
गुरुग्राम पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि नशे के कारोबार पर रोक लगाने के लिए पुलिस की अपराध शाखा सक्रिय है। कई पुराने कारोबारी पुलिस ने पकड़े भी थे। कारोबार पर रोक लगाने के लिए पुलिस काम कर रही है।
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