दो दृष्टिहीन भाइयों ने खड़ा किया अपना कारोबार

Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। No Entry के सीक्वल में आइये जानते है कौन से यंग सितारे नजर आएँगे कर्नाटक-कॉलेज कैंपस में हुई वारदात गुजरात में मिले 4.7 करोड़ वर्ष पुराने अवशेष आज का राशिफल चमकीला के लिए अंजुम बत्रा ने दो महीने में सीखा ढोलक बजाना Lok Sabha Election 2024: चेन्नई में वोटिंग शुरू हुई,साथ फिल्मी सितारे भी पोलिंग बूथ के बाहर नजर आए बरतें सावधानी-कुत्तों के साथ साथ,दूसरे जानवरों के काटने से भी होता है रेबीज का खतरा चिराग पासवान के समर्थन में RJD की शिकायत लेकर आयोग पहुंची BJP क्रू ने बॉक्स ऑफिस पर अब तक कितने करोड़ कमाए शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा पर ED का एक्शन,98 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त आइये जानते है किस कारण से बढ़ सकता है ब्रेन स्ट्रोक का खतरा रामनवमी जुलूस पर हुई हिंसा को लेकर राज्यपाल को लिखा पत्र गॉर्लिक-बींस से बनने वाला टेस्टी सलाद प्रदोष व्रत 2024:आइये जानते है प्रदोष व्रत और शुभ मुहूर्त इन ड्रिंक्स की मदद से Vitamin D की कमी को दूर करे बेंगलुरु-रामनवमी पर हिंसा की घटना सामने आई सलमान खान फायरिंग मामले-मुंबई क्राइम ब्रांच ने आरोपियों से पूछताछ शुरू की कलरएसेंस वाले नंदा का गोरखधंधा चोर ठग या व्यवसायी गर्मियों में पेट को ठंडा रखने के लिए बेस्ट हैं ये 3 ड्रिंक्स

दो दृष्टिहीन भाइयों ने खड़ा किया अपना कारोबार

Khushboo Diwakar 06-05-2019 20:18:47

बेटे बोले- पिता ने सम्मान के साथ जीना सिखाया और हमनें  एंब्रॉयडरी गद्दे डिजाइन करना शुरू किया

कश्मीर के श्रीनगर में रहने वाले दो भाई जन्म से ही दृष्टिहीन हैं। लेकिन दोनों ने पहले पढ़ाई की। फिर शानदार डिजाइनर बनकर अपना कारोबार खड़ा कर दिया है। अब दोनों भाइयों के डिजाइन किए हुए कंबल और रजाई पूरे श्रीनगर में बिक रहे हैं। 

होलसेल मार्केट और ग्राहकों के पसंदीदा डिजाइनर

  1. 45 वर्षीय गुलाम नबी और 40 साल के मोहम्मद हुसैन कंबल और रजाई की डिजाइनिंग के साथ सोफा कुशन और तकिया भी बनाते हैं। ग्राहकों को उनका काम खूब पसंद आता है। यही कारण है कि उन्हें थोक में लोगों के ऑर्डर मिलते हैं। थोक मार्केट के अलावा होलसेलर मार्केट और ग्राहकों के लिए ये फेवरेट बन
    चुके हैं। 

  2. दोनों भाई नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हैंडीकैप देहरादून से पढ़े हैं। यहां पर उन्होंने ब्रेल लिपि और दृष्टिबाधित लोगों के लिए होम साइंस की भी पढ़ाई की है। मोहम्मद हुसैन ने बताया कि हम दोनों भाई अपने पिता के साथ काम करते हैं। हम ट्रेनिंग के लिए देहरादून गए थे। आमतौर पर जो दिव्यांग होते हैं उन्हें सड़कों पर भीख मांगते हुए पाया जाता है। लेकिन हमारे पिता भीख मांगने के सख्त खिलाफ थे। 

  3. मोहम्मद हुसैन कहते हैं कि उन्होंने हमें भीख मांगना नहीं सिखाया, बल्कि अपने मेहनत और हुनर के बलबूते अपनी खुद की सम्मानपूर्वक जिंदगी जीना सिखाया। इसके बाद हम खूबसूरत और एंब्रॉयडरी गद्दे डिजाइन करने लगे। वहीं उनकी इसी काबिलियत की वजह से उन्हें पूरे श्रीनगर में खूब मान-सम्मान और शोहरत मिल रही है।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :