सरकारी स्कूलों में बानी 45 हजार स्मार्ट क्लासेस एडमिशन की लगी भीड़

Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। No Entry के सीक्वल में आइये जानते है कौन से यंग सितारे नजर आएँगे कर्नाटक-कॉलेज कैंपस में हुई वारदात गुजरात में मिले 4.7 करोड़ वर्ष पुराने अवशेष आज का राशिफल चमकीला के लिए अंजुम बत्रा ने दो महीने में सीखा ढोलक बजाना Lok Sabha Election 2024: चेन्नई में वोटिंग शुरू हुई,साथ फिल्मी सितारे भी पोलिंग बूथ के बाहर नजर आए बरतें सावधानी-कुत्तों के साथ साथ,दूसरे जानवरों के काटने से भी होता है रेबीज का खतरा चिराग पासवान के समर्थन में RJD की शिकायत लेकर आयोग पहुंची BJP क्रू ने बॉक्स ऑफिस पर अब तक कितने करोड़ कमाए शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा पर ED का एक्शन,98 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त आइये जानते है किस कारण से बढ़ सकता है ब्रेन स्ट्रोक का खतरा रामनवमी जुलूस पर हुई हिंसा को लेकर राज्यपाल को लिखा पत्र गॉर्लिक-बींस से बनने वाला टेस्टी सलाद प्रदोष व्रत 2024:आइये जानते है प्रदोष व्रत और शुभ मुहूर्त इन ड्रिंक्स की मदद से Vitamin D की कमी को दूर करे बेंगलुरु-रामनवमी पर हिंसा की घटना सामने आई सलमान खान फायरिंग मामले-मुंबई क्राइम ब्रांच ने आरोपियों से पूछताछ शुरू की कलरएसेंस वाले नंदा का गोरखधंधा चोर ठग या व्यवसायी गर्मियों में पेट को ठंडा रखने के लिए बेस्ट हैं ये 3 ड्रिंक्स

सरकारी स्कूलों में बानी 45 हजार स्मार्ट क्लासेस एडमिशन की लगी भीड़

Deepak Chauhan 10-06-2019 17:45:38

सारे सरकारी स्कूल हाई-टेक बनाने वाला केरल देश का पहला राज्य बन गया है। यहां कक्षा 8वीं से 12वीं तक के 45 हजार क्लासरूम मेंं प्रोजेक्टर, स्क्रीन, लैपटॉप और इंटरनेट जैसी सुविधाएं है। यही वजह है कि 2018-19 में पिछले सत्र की तुलना में 40 हजार ज्यादा एडमिशन हुए हैं। जबकि 2016 तक 5 हजार स्कूल छात्रों की कमी से जूझ रहे थे। कुछ स्कूल बंद होने की कगार पर थे, लेकिन अब एडमिशन के लिए लंबी लाइनें लग रही हैं। अब सरकार ने इस साल 141 स्कूलों को विश्वस्तरीय बनाने का लक्ष्य रखा है।

राज्य के प्राथमिक स्कूलों को भी हाईटेक बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके तहत 9941 प्राथमिक स्कूलों में 23170 मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर, 55086 लैपटॉप और यूएसबी स्पीकर लगाए जाने हैं। स्कूलों को विकसित करने की जिम्मेदारी केरल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन (केआईटीई) के पास है। यह एक सरकारी एजेंसी है।


केआईटीई की टीम स्कूल का दौरा कर मास्टर प्लान तैयार करती है

केआईटीई को देश के पहले आईटी स्कूल प्रोजेक्ट के लिए भी जाना जाता है। इसके विशेषज्ञों की एक टीम स्कूल का दौरा कर उसे बेहतर बनाने के लिए मास्टर प्लान तैयार करती है। इन सुधारों का असर रिजल्ट पर भी दिख रहा है। इस साल राज्य के 12,971 सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी 100% बच्चे कक्षा 10 में पास हो गए। इनमें 7,216 सहायता प्राप्त स्कूल और 1060 गैर-सहायता प्राप्त
स्कूल हैं।

डायरेक्टरेट ऑफ पब्लिक इंस्ट्रक्शन के इंचार्ज जेसी जोसेफ कहते हैं, "स्मार्ट क्लासरूम के बाद अब स्कूलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुरूप बनाने की पहल शुरू की है। तीन सरकारी स्कूलों को इस हिसाब से तैयार किया जा चुका है। इनमें स्वीमिंग पूल भी बनाए गए हैं। इसके पीछे उद्देश्य राज्य में डूबने से होने वाली मौतों के प्रति बच्चों को सतर्क बनाना है।" 


राज्य के 141 स्कूल चुने गए

प्रोजेक्ट के पहले चरण में हर वि‌धानसभा क्षेत्र के एक-एक सरकारी स्कूल यानी 141 स्कूलों में यह सुविधा दी जाएगी। उम्मीद है कि यह प्रोजेक्ट शिक्षा सत्र 2019-2020 के मध्य तक पूरा हो जाएगा। स्कूलों को इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का बनाने के लिए पांच करोड़ रुपए दिए गए हैं। सरकारी स्कूलों में इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का सबसे अच्छा उदाहरण है- कालीकट का गवर्नमेंट वोकेशनल हायर सेकेंडरी स्कूल फॉर गर्ल्स। 2008 तक यह स्कूल भी दूसरे सरकारी स्कूलों की तरह था, जहां न तो सुविधाएं थीं और न ही अच्छा रिजल्ट आता था। लेकिन अब यह स्कूल भारत के टॉप 5 सरकारी स्कूलों की लिस्ट में चौथे नंबर पर है। स्कूल में लैब, कैंटीन, खेल का मैदान, जिम, आधुनिक रसोई और वेस्ट मैनेजमेंट जैसी सुविधाएं हैं। सरकारी स्कूलों में शिक्षा का माध्यम कई सालों से मलयालम था, लेकिन अब सरकार ने चुनिंदा स्कूलों में अंग्रेजी मीडियम सेक्शन भी शुरू किए हैं। उल्लेखनीय है कि केरल कुल बजट का 16.5% शिक्षा पर खर्च करता है।

  • |

Comments

Subscribe

Receive updates and latest news direct from our team. Simply enter your email below :